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करन जौहर के लिए अश्लील कमेंट के साथ अश्लील हरकतें करते रणवीर सिंह |
@ Sachin Chaturvedi
‘आल इंडिया बकचोद’ क्या आपने इस टाइटल को पहले सुना है। हालांकि काफी लोगों ने सुना होगा, पर वक्त इतना हो गया है कि लोग भूल चुके होंगे। दरअसल दिसम्बर 2013 की एक शाम को AIB Knockout नाम से एक चैरिटी प्रोग्राम हुआ था। कहने को तो ये चैरिटी के लिए था पर अश्लीलता और फूहड़पन की सीमा ही लांघ दी थी इस प्रोग्राम ने। इस प्रोग्राम के होस्ट थे करन जौहर, रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर सरीखे फिल्मी हस्तियां। दर्शकों में भी जाने पहचाने कम नहीं थे। दीपिका पादुकोण, सोनाक्षी सिन्हा, आलिया भट्ट, सोनी राजदान, संजय कपूर जैसे लोग आगे की लाइन में बैठे इस कार्यक्रम को खूब एंजाॅय कर रहे थे। लगभग 4000 दर्शकों से भरा यह आॅडीटोरियम मंच पर विराजमान अश्लील नायकों के अश्लील हरकतों, डायलाॅग से ठहाके लगा रहा था। बता दें कि यह प्रोग्राम ‘यूएस सेलिब्रिटी रोस्ट्स’ से इन्सपायर था। इंडियन वर्जन में करन जौहर ‘रोस्ट मास्टर’ के रोल में थे। इस प्रोग्राम को एक महीने के बाद 28 जनवरी को एआईबी के यूट्यूब चैनल पर डाला गया और दो दिन में ही ये मिलियन व्यूज पार कर गया था। लेकिन दर्शकों की प्रतिक्रिया देखते हुए इसे हटाना पड़ा था।
कहने का तात्पर्य यह है कि जिन्हें हम स्टार मानते हैं, जिन्हें हीरो मानते हैं वो कतई ऐसी योग्यता नहीं रखते। उन्हें तो इस इंडस्ट्री का ग्लैमर, यहां की चमक-धमक, सेक्स, फूहड़ता और नशा ही पसन्द है। और जो इंडस्ट्री के बारे में गहराई से नहीं जानता वो इसमें पैसा और शोहरत देखकर इसकी ओर खिंचा चला आता है। इसके बाद या तो वह इसमें ढल जाता है या फिर सुशांत सिंह राजपूत, दिशा सालियान, जिया खान जैसे मर जाता है अथवा मार दिया जाता है। सुशांत सिंह राजपूत, दिशा सालियान जैसे लोगों की मौत कोई नयी नहीं है। पहले भी ऐसा कई बार हुआ है। पर बाॅलीवुड का नेक्सस इतना तगड़ा है कि कोई उसे भेद नहीं पाता। जो भी ऐसा करने की सोचता है उसे बाॅलीवुड के उन लोगों से टकराना पड़ता है जो सो-काॅल्ड महानायक, शहंशाह, किंग, सुपर स्टार बने घूमते हैं।
अभी एक मामला पिछले साल का है जिसका वीडियो पंजाब के मनिंदर सिंह सिरसा ने शेयर करते हुए पुलिस में शिकायत की थी। इस वीडियो में भी मलाइका अरोड़ा, दीपिका पादुकोण, अर्जुन कपूर जैसे फिल्म कलाकार पूरी तरह से ड्रग्स के ओवरडोज में डूबे नजर आ रहे हैं। यानि ये सब ड्रग्स के आदी हैं, इनका शगल ही है ड्रग्स लेना, वैसी ही पार्टीज में एंजाॅय करना। उसके बाद तो इनके लिए हर कोई सिर्फ अपनी जरूरत पूरी करने की वस्तु होता है। ऐसी पार्टीज में क्या-क्या होता है, ये बताने की आवश्यकता नहीं। दरअसल आज की फिल्म इंडस्ट्री का यही चेहरा बार-बार दिखाई दे रहा है।
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दरअसल इसमें गलती उनकी नहीं है, हमारी है। आखिर क्यों हम उन्हें इतना मान-सम्मान दे देते हैं? क्या करते हैं वो हमारी सोसाइटी के लिए। जो खुद भिखारी हैं, वो हमें क्या देंगे। वो तो स्वयं हमारे पैसों पर पलते हैं। फिर भी हम उन्हें भगवान तक मान लेते हैं। कमोवेश यही हाल बाॅलीवुड सहित पूरे दक्षिण भारत में चल रही फिल्म इंडस्ट्री का है। एन.टी. रामाराव हों, या रजनीकांत, दक्षिण के लोगों के लिए ये भगवान हैं। जयाललिता जैसी हीरोईनें बाद में पाॅलिटिक्स का बड़ा चेहरा बनती हैं। कुल मिलाकर आम आदमी के भोलेपन का नाजायज फायदा उठाने में माहिर कुछ लोगों की वजह से कला-संस्कृति की ये धरोहर आज बदनामी का दाग ढो रही है।
I agree with you
ReplyDeleteआपके सुझाव के लिये धन्यवाद
ReplyDeleteआपकी उम्मीद व्यर्थ नहीं जायेगी।