इस पुलिस वाले का व्यक्तित्व कर रहा सबको प्रभावित .

नीचे चित्र में दिख रहे हैं उत्तर प्रदेश पुलिस के उप-निरीक्षक श्री वीरेंद्र त्रिपाठी जी। समाज में पुलिस की बनी कड़क छवि के ठीक विपरीत वीरेंद्र त्रिपाठी जी बहुत ही सभ्य-सौम्य स्वभाव के हैं तथा बेहद मृदुभाषी भी। 

इनकी पोस्टिंग कुछ दिनों पहले तक हमीरपुर सदर में थी, जहाँ यह अपनी सकारात्मक पुलिसिंग के कारण काफी लोकप्रिय हो गए थे। परंतु हाल ही में इनका तबादला बांदा सदर हो गया।

हमीरपुर सदर में एक बेहद गरीब परिवार है, जिसमें अब केवल  माँ-बेटी ही बची हैं। पिता व भाई गुजर चुके हैं। इस कारण माँ-बेटी किसी तरह गुजारा कर रही हैं। ऊपर से पहाड़ तब टूट पड़ा इस परिवार पर जब कोरोना महामारी के इस दुसाध्य दौर में 15 वर्षीया बेटी की तबियत अचानक से बिगड़ गयी। 

15 वर्षीया बेटी की जान बजाने हेतु अविलम्ब अतिशय खून की जरूरत थी। पर अब गरीब खून की व्यवस्था करे भी तो कहाँ से। ले देकर उसकी एक माँ है, तो वह भी शरीर से इतनी कमजोर कि खून हैं ही नहीं!

ऐसी स्थिति में जानकारी मिलते ही तक्षण पुलिस उप-निरीक्षक वीरेंद्र त्रिपाठी जी बांदा से अपनी पुरानी पोस्टिंग वाले हमीरपुर अपनी बाइक से ही चल पड़े और लगभग 85 किलोमीटर की दूरी तय कर हॉस्पिटल पहुँच गए।

वहाँ पहुँचते ही उन्होंने अपना एक यूनिट ब्लड उस गरीब बच्ची को दिया ताकि उसकी जान बचायी जा सके। फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है। जब समाज में चहुँ ओर नकारात्मक खबरें ही प्रसारित हो रही होती हैं, ऐसे में इस प्रकार की सकारात्मक खबरें सुकून देने वाली होती हैं।

यदि पुलिस से सम्बंधित कड़वी खबरें पूरी बेबाकी व पूर्ण निर्भीकता से मैं आप सबके समक्ष लाता हूँ, तो इसी के साथ मेरी यह महत्ती जिम्मेवारी है कि पुलिस से सम्बंधित इन सकारात्मक खबरों से भी आप सभी को रूबरू करवाऊं। 

(प्रियांंक की फेसबुक वाल से )

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