महामारी के समय पीएम का जन्मदिन बना सेवा , स्वच्छता और सम्मान का प्रतीक.



@Saurabh Dwivedi

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन एक ऐतिहासिक जन्मदिन बनता नजर आया। जन्मदिन के अवसर मे भाजपाइयों ने इसे सामाजिक - सांस्कृतिक जन्मोत्सव की अवधारणा मे बदल दिया है। पीएम के जन्मदिन से प्रेरणा लेकर आमजन जन्मदिन इस तरह मनाने लगें तो भारत की तस्वीर प्रतिदिन बदलती नजर आएगी। 

अवतरण होना ऐतिहासिक होता है। जन्म को ऐतिहासिक बना देना एक जन्म का सार्थक हो जाना है। मनुष्य देह मोक्ष की प्राप्ति के लिए मिलती है। जिसका उद्देश्य राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पण कर देना होना चाहिए। मानव सेवा का भाव गरीब - जरूरतमंद के लिए वरदान बन जाता है। 

इस संबंध में हमारी बातचीत मऊ मानिकपुर विधायक आनंद शुक्ला से हुई। श्री शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री का जन्मदिन सेवा सप्ताह के रूप मे मनाने का निर्णय हुआ। केन्द्र और प्रदेश नेतृत्व के निर्देश में प्रधानमंत्री का जन्मदिन गरीबों की सेवा कर मनाया गया। स्वच्छता अभियान प्रधानमंत्री का सबसे प्रिय अभियान मे से एक है , उन्होंने कुंभ मेला के समय सफाई कर्मियों का सम्मान कर बड़ा संदेश प्रदान किया था। 

उसका उद्देश्य यही था कि छुआछूत से इतर सफाईकर्मियों का समाज मे विशेष स्थान है। इनके सम्मान मे ही समाज का उत्थान निश्चित है। इसलिए पीएम के जन्मदिन पर सफाईकर्मियों को सम्मानित किया गया , ताकि उनके सम्मान की परंपरा बनी रहे और समाज उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखे। 

विधायक आनंद शुक्ला ने कहा कि कमजोर दृष्टि के बुजुर्गों की दृष्टि जांच कराकर चश्मा प्रदान करने की पहल आत्मा को सुकून देने वाली है। इस पहल में लगभग सौ बुजुर्गों को चश्मा प्रदान किया गया। जनपद में प्रधानमंत्री का जन्मदिन गरीबों की सेवा व सम्मान से ऐतिहासिक हुआ , जिससे एक उत्सव जैसा माहौल भी बना। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के हृदय में भारत का गरीब - मजदूर बसता है। इसलिए उनका जन्मदिन गरीब - मजदूर और जरूरतमंद के लिए समर्पित रहा। जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खरे ने कहा कि महामारी के समय में सेवा सप्ताह से एक बार फिर दल व संगठन के जिम्मेदार सदस्यों ने अच्छी भूमिका निभाई है। हम प्रधानमंत्री के ऊर्जावान होने व सतायु होने की कामना करते हैं। 

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