बुंदेलखंड महोत्सव : बुन्देली कला, संस्कृति और व्यंजनों के रसपान का मिलेगा अवसर


प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुंदेलखंड महोत्सव 21 को

बुन्देली लोक कला साहित्य एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए बुंदेलखंड महोत्सव का आयोजन 21 नवंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अनुरागिनी संस्था द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान बुंदेलखंड में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।

अनुरागिनी संस्था के अध्यक्ष डॉ प्रवीण सिंह जादौन ने बुधवार को सहकार भारती उत्तर प्रदेश के दारुलशफा स्थित प्रदेश कार्यालय में बुंदेलखंड महोत्सव की तैयारी को लेकर एक आवश्यक बैठक भी की। इस दौरान उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड महापरिषद एवं बुंदेलखंड सांस्कृतिक एवं सामाजिक सहयोग परिषद के सहयोग से बुंदेलखंड महोत्सव में बुन्देली चितेवारी कला (भित्ति चित्रकला) की प्रदर्शनी लगेगी।

यह भी पढ़ें - आत्मनिर्भर भारत में किसानों के लिए नई आजादी की शुरुआत

उन्होंने बताया कि महोत्सव में आत्मनिर्भर भारत में बुंदेलखंड की भूमिका विषयक संगोष्ठी एवम् कलाकारों का सम्मान तथा बुन्देली सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे आल्हा गायन, राई नृत्य, दिवारी नृत्य व तमुरा वाद्य यंत्र के साथ देवी गीत अचरी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।

डॉ जादौन ने आगे बताया कि कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह एवं दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे।

बैठक में बुंदेलखंड सांस्कृतिक एवं सामाजिक सहयोग परिषद के अध्यक्ष महेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि बुंदेलखंड महोत्सव में बुन्देली कला संस्कृति एवं व्यंजनों का रसपान करने का भी अवसर मिलेगा।

बुंदेलखंड महोत्सव की तैयारी को लेकर हुई आज की बैठक में उपाध्यक्ष सुरेंद्र अग्निहोत्री, महासचिव कैलाश जैन, कृष्ण कुमार ओझा, ब्रजेश कुमार तिवारी ,राजाराम सिंह, धर्मेश राठौर, अरविंद शाक्या, अजय कुमार सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें - झाँसी : रानी के जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर निकाली गई विशाल नारी सम्मान यात्रा

Comments